Monday, April 27, 2020

Dadaji Rooh Zaika Sharbat in HINDI

It is also available on ENGLISH VERSION

दादाजी  रूह ज़ायका  टिब्बा-ए-युनानी सूत्रीकरण पर आधारित है - जिसमें परिष्कृत चीनी, एक्वा फल, एक्वा केओरा, एक्वा गुलाब, एक्वा फूल पाया जाता है  | दादाजी रूह ज़ायका  का विशिष्ट यूनानी नुस्खा कई लोकप्रिय रूप से शीतलन प्रदान करती है इसमें कई तरह के एजेंट पाए जाते हैं  जैसे  तुखम-ए-खुरफा (पोर्टुलाका ओलेरासी सीड्स) तुखम-ए-कासनी (सिचोरियम इंतिबस सीड्स), मुनक्का (विटिस विनीफेरा), चिसीला (पर्मेलिया पर्लाटा), निलोफर (निमफेया नौचाली), गाओज़ानोफ़ानो, बोअज़ानन, बोअज़ान हरी पत्तियां), हारा घिया (लगनेरिया वल्गेरिस) आदि|  इन सभी में  पूर्ण औषधीय गुण होते हैं और ये सेहत के लिए अच्छा  होता है 


अगर आपको  रूह ज़ायका द्वारा मिल्कशेक बनाना सीखना है तो आप ये वीडियो देख सकते है जिसका  लिंक मेने डिस्क्रिप्शन में दिया है 

                                                       https://youtu.be/OFU_qXxOT3k

गुलाब शरबत भारत के लगभग सभी लोगों को पसंद है। यह एक सर्वोत्कृष्ट पेय है जो एक विशिष्ट सिल्वर कवरिंग कैप के साथ बोतल में बिल्कुल ताज़ा और हाइड्रेटिंग बिकता है, रूह ज़िका को अक्सर ठंडे पानी या दूध के साथ मिलाया जाता है, जिसे आइसक्रीम के ऊपर डाला जाता है, या चम्मच से मिलाया जाता है ।  आमतौर पर इसके साथ जुड़ा हुआ है रमजान का महीना, जिसमें आमतौर पर इफ्तार के दौरान इसका सेवन किया जाता है। इसे व्यावसायिक रूप से स्वाद शरबत, ठंडे दूध , बर्फ  और ठंडी मिठाइयों जैसे लोकप्रिय फलूदा के रूप में बेचा जाता है। रूह ज़िका नाम को कभी-कभी "आत्मा के पुनश्चर्या" के रूप में अनुवादित किया जाता है।
  आप दादाजी रूह ज़ैका को (Amazon.in) में भी खरीद सकते हैं




















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